बालोतरा। शहर में आवारा सांडों का आतंक एक बार फिर मौत का कारण बन गया। रविवार शाम को हुई एक दिल दहला देने वाली घटना में भैरू बाजार के प्रतिष्ठित मिठाई विक्रेता 55 वर्षीय मोतीलाल अग्रवाल की जान चली गई। घर से दुकान के लिए निकले मोतीलाल पर अचानक एक सांड ने पीछे से हमला कर दिया। सांड ने उन्हें सींगों से उठाकर सड़क पर पटक दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान चार घंटे तक डॉक्टरों ने भरसक प्रयास किया, लेकिन आखिरकार रात करीब आठ बजे उन्होंने दम तोड़ दिया।
घर से निकले और मौत ने आकर घेर लिया
जानकारी के अनुसार घटना बालोतरा थाना क्षेत्र के बलदेवजी की पोल की है। मोतीलाल अग्रवाल रोज की तरह रविवार दोपहर दुकान से घर लौटे थे। घर पर भोजन करने और थोड़ी देर आराम करने के बाद वे शाम करीब 4:10 बजे दुकान जाने के लिए निकले। घर से महज 10 मीटर की दूरी पर ही पीछे से आए सांड ने अचानक उन पर हमला कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सांड ने इतनी तेज रफ्तार से हमला किया कि मोतीलाल संभल भी नहीं पाए और सीधा उसकी सींगों की पकड़ में आ गए। सांड ने उन्हें उठाकर जोर से सड़क पर पटक दिया। यह पूरा दर्दनाक दृश्य घर के बाहर लगे CCTV कैमरे में कैद हो गया।
https://www.instagram.com/share/reel/BAOq1uXIAyमजदूरों ने पहुंचाया अस्पताल, लेकिन नहीं बची जान
घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। पास ही मकान में काम कर रहे मजदूर तुरंत दौड़कर आए और गंभीर रूप से घायल मोतीलाल को उठाकर शहर के एक निजी अस्पताल ले गए। वहां डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया और करीब चार घंटे तक उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन सिर में गंभीर चोट लगने के कारण उनकी हालत बिगड़ती चली गई और रात 8 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।
पुलिस में दर्ज हुई रिपोर्ट
मोतीलाल के बेटे पुनीत अग्रवाल ने बालोतरा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। रिपोर्ट में कहा गया कि उनके पिता शहर के भैरू बाजार में वर्षों से मिठाई की दुकान चला रहे थे। रविवार को जब वे घर से दुकान के लिए निकले, तभी यह हादसा हुआ। परिवार और रिश्तेदारों का कहना है कि अचानक हुई इस घटना से पूरा परिवार गहरे सदमे में है।
प्रत्यक्षदर्शियों की आपबीती
पास में रहने वाले पड़ोसी ने बताया कि मोतीलाल शहर के जाने-माने और बेहद मिलनसार व्यक्ति थे। उनके साथ हुई यह घटना पूरे इलाके के लिए एक गहरी चोट है। जितेंद्र ने कहा “शहर की गलियों में आवारा सांड और पशु खुलेआम घूम रहे हैं। कई बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन ने इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया। नतीजा यह है कि आए दिन लोग इनकी चपेट में आ रहे हैं और अब एक प्रतिष्ठित दुकानदार की जान चली गई।”
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में शोक और गुस्से का माहौल है। लोगों का कहना है कि नगर परिषद की लापरवाही ने हालात को इतना गंभीर बना दिया है कि अब इंसानों की जान पर बन आई है। कई इलाकों में आए दिन सांड लोगों का पीछा करते हैं, वाहनों को नुकसान पहुंचाते हैं और राहगीरों को घायल कर देते हैं।

