मारवाड़ की आस्था के प्रतीक जसोलधाम में शनिवार को श्री राणीसा भटियाणीसा का जन्मोत्सव बड़े ही धार्मिक उल्लास और सांस्कृतिक भव्यता के साथ मनाया जाएगा। मंदिर संस्थान की ओर से इस अवसर पर पूरे परिसर को रंग-बिरंगी रोशनी और पुष्प सज्जा से सजाया गया है। श्रद्धालुओं का सैलाब जसोलधाम की ओर उमड़ेगा और वातावरण भक्तिमय जयघोषों से गूंज उठेगा।
जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में दिनभर विविध धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। मंदिर प्रांगण स्थित श्री राणीसा भटियाणीसा, श्री बायोसा, श्री सवाईसिंह जी, श्री लाल बन्ना सा, श्री खेतलाजी एवं श्री काला-गौरा भैरु जी के मंदिरों में लाभार्थी परिवारों द्वारा छप्पन भोग अर्पित किए जाएंगे और महाप्रसादी का वितरण होगा।
संस्थान अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल इस अवसर पर विशेष हवन-पूजन करवाएंगे। पंडितों और आचार्यों के मंत्रोच्चार से वातावरण शुद्ध और पावन बनेगा। हवन के दौरान मां जसोल के भक्तों की समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए विशेष संकल्प लिया जाएगा। इसके बाद रावल किशन सिंह जसोल के करकमलों से ध्वजारोहण भी संपन्न होगा।
भक्तों के लिए विशेष सुविधाएं

जन्मोत्सव पर उमड़ने वाली भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए मंदिर संस्थान ने विशेष इंतजाम किए हैं। पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी, अनाउंसमेंट सिस्टम, भीड़ नियंत्रण व्यवस्था, मिस्टिंग सिस्टम, पेयजल की उत्तम व्यवस्था, व्हीलचेयर एवं गोल्फ कार्ट सुविधा जैसी व्यवस्थाएं की गई हैं। साथ ही, मंदिर के आस-पास वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित कर श्रद्धालुओं के लिए निर्बाध दर्शन सुनिश्चित किया जाएगा।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां बनेंगी आकर्षण

आस्था के इस पर्व में सांस्कृतिक रंग भी देखने को मिलेंगे। पुष्कर से आए नागरची कलाकार और हड़वा शिव क्षेत्र से आए मांगणियार कलाकार अपनी लोकधुनों और गीतों से वातावरण को सुरम्य बना देंगे। इसके साथ ही पारंपरिक गैर नृत्य और अश्व नृत्य विशेष आकर्षण रहेंगे, जिन्हें देखने के लिए लोग दूर-दराज से पहुंचेंगे।
राति जोगा और जागरण कार्यक्रम
दिनभर के धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजनों के बाद रात्रि को मंदिर परिसर में भव्य जागरण और ‘राती जोगा’ का आयोजन होगा। इसमें जसोल नगर पालिका के स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ बाड़मेर जिले के हड़वा (शिव) क्षेत्र के प्रसिद्ध लोक कलाकार भी भाग लेंगे। उनके सुरों और भक्ति गीतों से पूरा वातावरण दिव्य भक्ति रस में डूब जाएगा।
जन्मोत्सव के दौरान मंदिर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के बीच लाभार्थी परिवारों द्वारा फलों और प्रसादी का वितरण किया जाएगा। मंदिर परिसर और जसोलधाम की गलियां भक्तों की भीड़ और भक्ति भाव से सराबोर रहेंगी।

