जसोल (बालोतरा) स्वतंत्रता दिवस पर देशभक्ति और सामाजिक सरोकार का अनूठा संगम उस समय देखने को मिला जब श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान, जसोलधाम ने हजारों स्कूली बच्चों के बीच प्रसाद वितरण कर परंपरा को आगे बढ़ाया। हर वर्ष की तरह इस बार भी संस्थान ने सेवा, सद्भावना और भाईचारे का परिचय देते हुए बालोतरा जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में माता के भोग लगे प्रसाद के पैकेट पहुँचाए।
संस्थान समिति सदस्य कुंवर हरिश्चंद्र सिंह जसोल ने बताया कि यह कार्य संस्थान अध्यक्ष रावल किशनसिंह जसोल के मार्गदर्शन में किया गया। इस वर्ष विशेष रूप से 7,500 प्रसाद पैकेट तैयार कर जिले के 26 सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में वितरित किए गए। सुबह से ही मंदिर संस्थान के सेवादार विद्यालयों में पहुँचकर बच्चों को प्रसाद देते रहे। बच्चों के चेहरे पर मुस्कान और उल्लास ने इस सेवा कार्य को और भी खास बना दिया।
सामाजिक व धार्मिक कार्यों में अग्रणी भूमिका

श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान, जसोल न केवल धार्मिक अनुष्ठानों के लिए जाना जाता है, बल्कि लंबे समय से सामाजिक और जनकल्याण के क्षेत्र में भी सक्रिय है। संस्थान समय-समय पर शिक्षा, स्वास्थ्य, जल संरक्षण और सेवा कार्यों से जुड़ी गतिविधियाँ करता रहा है। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रसाद वितरण की यह पहल बच्चों में देशभक्ति, एकता और आपसी भाईचारे का संदेश देती है।
स्थानीय लोगों ने जताई सराहना

स्वतंत्रता दिवस पर मंदिर संस्थान के इस प्रयास को स्थानीय समाजजनों और अभिभावकों ने भी सराहा। उन्होंने कहा कि जसोलधाम द्वारा किया गया यह सेवा कार्य बच्चों के जीवन में अविस्मरणीय याद बनकर रहेगा। छोटे-छोटे विद्यार्थियों के लिए यह प्रसाद केवल मिठाई नहीं बल्कि देशभक्ति और सांस्कृतिक जुड़ाव का प्रतीक है।
हर साल की परंपरा
मंदिर संस्थान की यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है, और हर साल स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व पर प्रसाद वितरण किया जाता है। समिति का मानना है कि इस सेवा से बच्चों में न सिर्फ खुशी और उत्साह का संचार होता है, बल्कि यह उन्हें समाज और संस्कृति से भी जोड़ता है।

