बालोतरा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर आगामी 16 अगस्त 2025, शनिवार को माली समाज बालोतरा द्वारा एक विशाल एवं भव्य पावन पदयात्रा संघ का आयोजन किया जा रहा है। यह पदयात्रा धार्मिक उत्साह, भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण माहौल में बालोतरा से श्री वृंदावन धाम स्थित भगवती आश्रम, पचपदरा तक जाएगी।
पदयात्रा के संयोजक खेताराम माली और चेतन कच्छवाह ने जानकारी देते हुए बताया कि यह यात्रा श्री नरसिंगदासजी महाराज, समदड़ी और महामंडलेश्वर श्री राघवदासजी महाराज के पावन सान्निध्य में आयोजित होगी। पदयात्रा का शुभारंभ सुबह 7 बजे माली समाज भवन, गांधीपुरा से गाजे-बाजे, बैंड और जयकारों के साथ किया जाएगा। इस दौरान सैकड़ों भक्त हाथों में भगवा पताकाएं और श्रीकृष्ण के झंडे लेकर चलेंगे, जिससे पूरा वातावरण ‘राधे-राधे’ और ‘जय श्रीकृष्ण’ के मंगलमय स्वर से गूंज उठेगा।
आयोजकों के अनुसार, इस पदयात्रा में बालोतरा, जसोल, हाउसिंग बोर्ड सहित आस-पास के गांवों और कस्बों से हजारों की संख्या में सनातन धर्म प्रेमी भक्तजन शामिल होंगे। श्रद्धालु पैदल यात्रा करते हुए पचपदरा पहुंचकर आध्यात्मिक पुण्य लाभ अर्जित करेंगे।
पदयात्रा के पचपदरा पहुंचने पर श्री भगवती आश्रम में इसकी पूर्णाहुति होगी। यहां भव्य सत्संग का आयोजन किया जाएगा जिसमें देशभर में अपनी भक्ति-स्वर लहरियों से पहचान बना चुके प्रसिद्ध भजन गायकों का संगम होगा। राष्ट्रवादी भजन सम्राट प्रकाश माली, श्याम पालीवाल, राजेश माली, जबराराम पंवार, अशोक प्रजापत, भंवर गायणा, हर्ष माली, नरेश माली, सरिता खारवाल, आस्था खारवाल, रामु माली, शंकर विश्नोई, गणपत माली और मदन माली जैसे लोकप्रिय कलाकार अपने मधुर भजनों से श्रोताओं को भक्ति रस में डुबो देंगे।
आश्रम परिसर में गुरूदेव महासती भगवती मां और श्रीकृष्ण भगवान की भव्य सजावट वाली झांकियां सजाई जाएंगी। ढोल-नगाड़ों की गूंज, थाली की टनकार और नृत्यरत भक्तों की टोली से पचपदरा का वातावरण मानो वृंदावन के रंग और रस से भर जाएगा। पदयात्रा के आश्रम पहुंचने पर व्यवस्थापक जयप्रकाश कोठारी और स्थानीय भाविकों द्वारा यात्रा संघ का भव्य स्वागत किया जाएगा।
भक्तजन यहां गुरु भगवती मां और उनके आराध्य देव श्रीपति बालकृष्ण भगवान के दर्शन कर पूजा-अर्चना करेंगे और जन्माष्टमी के विशेष उत्सव में भाग लेंगे।
पदयात्रा की व्यवस्था को लेकर पुलिस और प्रशासन की ओर से सुरक्षा और यातायात प्रबंधन के विशेष इंतजाम किए जाएंगे। वहीं, माली समाज सब्जी मंडी एसोसिएशन, डेजर्ट ट्रेडिशनल आर्ट एंड यूथ सेंटर, कैलाश मेमोरियल जैसी कई सामाजिक और स्वयंसेवी संस्थाओं के युवा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पूरे मार्ग में सेवा कार्यों में जुटे रहेंगे।
इस आयोजन को लेकर माली समाज में भारी उत्साह है और लोगों का कहना है कि यह यात्रा केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि भक्ति, भाईचारे और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बनेगी।

