बाड़मेर। सुरक्षित सड़क मार्ग अभियान के तहत सोमवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर एमबीसी राजकीय कन्या महाविद्यालय में आयोजित विशेष कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा नियमों का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान छात्राओं को हेलमेट वितरित किए गए। यह कार्यक्रम सार्वजनिक निर्माण विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, राजस्थान सडक सुरक्षा सोसायटी, एमबीएम विश्वविद्यालय एवं पीयर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हुआ।

इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता जसवंत लाल खत्री ने कहा कि 9 अगस्त से 15 सितंबर तक पूरे प्रदेश में सुसमा अभियान चलाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य चयनित शहरों में 7 किमी की शहरी सड़क को सुरक्षित सड़क मार्ग के रूप में विकसित करना है। इसके माध्यम से सुसमा दीदी के नाम से सड़क सुरक्षा संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके लिए मास्टर ट्रेनर्स को विशेष प्रशिक्षण देकर जिलों में भेजा गया है। जो संबंधित जिले के विद्यालयों महाविद्यालयों एवं स्वायत संस्थाओं में जाकर सड़क सुरक्षा अभियान के बारे में प्रशिक्षण दे रहे है। उन्होने कहा कि एनसीसी एवं एनएसएस स्वयंसेविकाऐं तथा रेंजर्स को विशेष ट्रेनर के रूप में तैयार किया जा रहा है। इस दौरान जोन जोधपुर द्वितीय के अतिरिक्त मुख्य अभियंता सुराराम चौधरी ने कहा कि सुसमा अभियान सार्वजनिक निर्माण विभाग की महत्वपूर्ण पहल है। उन्होने कहा कि यह अभियान आम नागरिकों में सुरक्षा के प्रति सजगता और जिम्मेदारी की भावना विकसित करने के लिए समर्पित है। उन्होने बताया कि सुसमा सडक के लिए जिला मुख्यालय पर अम्बेडकर चौराहे से बाडमेर बाईपास अंडर ब्रिज वाया अहिंसा चौराहा से होते हुए सिणधरी चौराहा तक किमी 7 किमी सड़क का चयन किया गया है। सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता सुरेश शर्मा, देवाराम विश्नोई,सुनील गहलोत समेत विभिन्न विभागीय अधिकारियांे ने सड़क सुरक्षा से जुड़े विविध पहलूआंे पर प्रकाश डाला। एमबीसी महिला महाविद्यालय प्रायार्य डा.मुकेश पचौरी ने कहा कि सुगम रास्तों के लिए सुसमा अभियान सराहनीय पहल है। उन्होने कहा कि सड़क सुरक्षा नियमो की पालना के जरिए कई हादसो को रोका जा सकता है। उन्होने कहा कि प्रत्येक दुपहिया वाहन चालक हेलमेट का इस्तेमाल करें। इस अभियान के जरिए विद्यार्थियों के साथ आमजन तक सड़क सुरक्षा का संदेश पहुंचेगा। कार्यक्रम के दौरान अंतरीदेवी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाचार्या अनिता चौधरी, वीरांगना रैना चौधरी, कनिष्ठ अभियंता सुमन प्रकाश, अनुसूचित जनजाति छात्रावास अधीक्षक सीमा मीणा ने मंच साझा करते हुए छात्र छात्राओं की सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूकता अभियान के लिए हौसला अफजाई की। सार्वजनिक निर्माण विभाग के जोधपुर संभाग के अभियंता सुरेश प्रकाश ने धन्यवाद ज्ञापन किया। एमबीसी राजकीय कन्या महाविद्यालय बाड़मेर की महिला प्रकोष्ठ संयोजक विमला चौधरी ने मंच संचालन किया। इस दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला समन्वयक डायालाल सांखला, मांगीलाल जैन,विमला चौधरी, एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी जितेंद्र कुमार बोहरा, चेतन तिवारी, लक्ष्मी चौधरी, राजकीय महाविद्यालय के एनसीसी अधिकारी डॉ. आदर्श किशोर, एन एस एस अधिकारी डॉ. मुकेश जैन तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी प्रातःकालीन सड़क सुरक्षा निरीक्षण एवं सुसमा कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे। इस दौरान पूर्व में पंजीकरण करवाने वाली छात्राआंे एवं महिलाआंे को सड़क सुरक्षा अग्रदूत की योगदान राशि एवं हेलमेट का वितरण किया गया। इसके अलावा एनएसएस, एनसीसी कैडेटस एवं रेंजर्स इकाइयों की छात्राओं को सड़क सुरक्षा एवं जन जागरुकता में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। विशेष कार्यक्रम से पूर्व मुख्य अभियंता जसंवत खत्री एवं अन्य उच्चाधिकारियों ने बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सुसमा सड़क का निरीक्षण किया। इस दौरान इस सडक के दोनो ओर एनसीसी, एनएसएस और स्काउट,छात्राओं को 7 किमी सड़क पर खड़ा किया गया। उनकी ओर से भी सडक का निर्धारित 9 बिन्दुओं के आधार पर मूल्यांकन किया गया। उल्लेखनीय है कि सड़क दुर्घटनाओं से बचाव एवं जन-जागरूकता के लिए सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से सुसमा अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत विशेष रूप से बालिकाओं और महिलाओं को यातायात नियमों की पालना तथा सड़क पर सुरक्षा उपकरणों के प्रयोग के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

