बालोतरा। जसोलधाम शारदीय नवरात्रा पर्व के षष्ठम दिवस पंचमी के पावन अवसर पर नगर पालिका, जसोल स्थित श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान (जसोलधाम) में आस्था और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला।
इस अवसर पर ब्रह्म ऋषि ब्रह्म सावित्री पीठाधीश्वर तुलछाराम महाराज (श्री खेतेश्वर ब्रह्मधाम तीर्थ, आसोतरा) एवं महामंडलेश्वर वासुदेवा चार्य महाराज (कूबा पीठ, झीतड़ा – रोहट) ने जसोलधाम पधारकर पावन दर्शन लाभ प्राप्त किए।

भव्य स्वागत
जसोलधाम पधारने पर संस्थान की ओर से श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, दिल्ली संत महामंडल अध्यक्ष तथा श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर (गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश) श्री श्री 1008 महंत श्री नारायण गिरी जी महाराज एवं संस्थान समिति सदस्य कुंवर हरिश्चंद्र सिंह जसोल ने संत-महात्माओं का भव्य व दिव्य स्वागत किया।
मंगलकामनाएं एवं आहुति अर्पण

संत – महात्माओं तुलछाराज महाराज एवं वासुदेवा चार्य महाराज ने श्री राणीसा भटियाणीसा के पावन दर्शन कर संपूर्ण जगत के कल्याण हेतु मंगलकामनाएं व्यक्त कीं।
दर्शन लाभ उपरांत तुलछाराम महाराज ने नवरात्रा पर्व के उपलक्ष में चल रहे पवित्र धार्मिक अनुष्ठान में पूजा-अर्चना कर आहुतियां अर्पित कीं।
उमड़ा आस्था का सैलाब
आसोज शुक्ल पक्ष पंचमी पर जसोलधाम में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ा। प्रातःकालीन मंगला आरती से ही भक्तगण दर्शन के लिए पंक्तिबद्ध हो गए और दिनभर आस्था का प्रवाह निरंतर जारी रहा। मंदिर प्रांगण में “श्री राणीसा भटियाणीसा की जय, श्री बायोसा की जय, श्री सवाई सिंह जी राठौड़ की जय, श्री लाल बन्ना सा की जय, श्री भैरू जी की जय, श्री खेतलाजी की जय” के जयकारों से वातावरण भक्तिमय गुंजायमान रहा।
छप्पन भोग अर्पण
इस अवसर पर छप्पन भोग अर्पण का सौभाग्य झंवर परिवार (मोतीलाल झंवर, घनश्याम झंवर एवं राधेश्याम झंवर, सुपुत्र स्व. हनुमानदास जी झंवर, निवासी गिराजसर, हाल निवास कोलकाता) तथा चांडक परिवार (कंवरलाल चांडक एवं श्री देवकिशन चांडक, सुपुत्र स्व. रानीदान जी चांडक, निवासी बाप, हाल निवास कोलकाता) को प्राप्त हुआ।
इन परिवारों ने श्री राणीसा भटियाणीसा, श्री बायोसा, श्री सवाईसिंह जी, श्री लाल बन्ना, श्री खेतलाजी एवं श्री काला-गौरा भैरूजी के मंदिरों में छप्पन व्यंजनों का भोग अर्पित किया।

कन्या पूजन व प्रसाद वितरण
छप्पन भोग अर्पण उपरांत महंत नारायण गिरी महाराज के पावन सान्निध्य में लाभार्थी परिवारों द्वारा जसोल नगर पालिका सर्व समाज की कन्याओं का विधिवत पारंपरिक रूप से पूजन कर उन्हें फल-प्रसाद एवं दक्षिणा प्रदान की गई।
सांस्कृतिक झलकियां
मंदिर प्रांगण में आयोजित कार्यक्रमों के दौरान मालाणी सांस्कृतिक कला केंद्र, जसोल के स्थानीय कलाकारों ने परंपरागत गैर नृत्य प्रस्तुत कर भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं दमामियों ने ढोल और थाली की मधुर टंकार से भक्तिमय वातावरण को और प्रखर कर दिया। इन झलकियों ने भक्तजनों को भाव – विभोर किया और श्रद्धालु मां जसोल के श्रीचरणों में अपनी आस्था अर्पित करते हुए नजर आए।

