
बालोतरा : सिवाना स्थानीय वन विभाग की टीम ने राष्टीय पक्षी मोर के शिकार की सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए 36 घण्टे के भीतर ही मोर के शिकारी खीमाराम पुत्र गणेशाराम भील निवासी मिठौड़ा को गिरफ्तार कर लिया। तथा शिकारी के कब्जे से एक घायल मोर सहित दो मतृ मोरो के शव बरामद किए हैं। वन विभाग के अधिकारियों द्वारा शिकारी से प्रारंभिक पूछताछ के दौरान शिकारी ने मोरो का शिकार करना कबूल किया। शिकारी जहरीले गेंहू के दाने डालकर मोरो का शिकार करता था। गिरफ्तार आरोपी आदतन शिकारी है तथा आस पास के थानों में उनके विरुद्ध वन्य जीवों के तीन चार मामले दर्ज है।वन विभाग की टीम ने मतृ मोरो का पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार किया गया। तथा घायल मोर का पशु चिकित्सालय से इलाज करवाया जा रहा है। जिनके स्वास्थ्य में सुधार है।
क्षेत्रीय वन अधिकारी उमरावसिंह चंपावत ने बताया कि गत पांच दिसम्बर शाम सात बजे ग्राम पंचायत धारणा सरहद में राजस्व गांव देवपुरा के किसान श्रवणकुमार पुत्र नवाराम माली ने राष्टीय पक्षी मोर के शिकार की सूचना वन विभाग बालोतरा को दी गई।
जिस पर सिवाना वन विभाग से क्षेत्रीय वन अधिकारी उमरावसिंह चंपावत, अशोककुमार, वन रक्षक पीराराम, हेतुसिह, तुलछाराम, पन्नाराम, अचलाराम मय टीम के साथ घटनास्थल पहुँचे। मौके पर दो मतृ मोर व जहरीले गेंहू के दाने पाए गए। टीम ने घटना की वस्तु स्थिति की जानकारी प्राप्त कर संदिग्ध आरोपी शिकारी की खोजबीन शुरू की।
टीम ने सूचना व साक्ष्य जुटाकर लगातार शिकारी की खोजबीन करते हुए मिठौड़ा सरहद में उड़ेलनगर मार्ग पर एक ढाणी पर दबिश दी। जहाँ झोपे से आरोपी को दस्तयाब किया गया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया। जिसे गिरफ्तार किया गया। वन विभाग की टीम ने मृत मोरो का पशु चिकित्सक से पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार किया। तथा एक घायल मोर का इलाज करवाया। जिससे उनके स्वास्थ्य में सुधार है।

