भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पश्चिमी राजस्थान के कई हिस्सों, विशेषकर बाड़मेर और आसपास के जिलों के लिए अगले 24 घंटों में भारी से अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। इसी अलर्ट को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने रविवार देर रात एहतियातन कदम उठाते हुए बालोतरा जिले में 9 सितम्बर (मंगलवार) को सभी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया है।
जिला कलक्टर सुशील कुमार द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि जिले के समस्त सरकारी और गैर-सरकारी विद्यालयों में कक्षा पहली से बारहवीं तक अध्ययनरत विद्यार्थियों को अवकाश दिया जाएगा। यही व्यवस्था आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए भी लागू होगी। हालांकि, आदेश में यह भी उल्लेख किया गया है कि विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों के समस्त शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक कार्मिकों को अपनी नियमित ड्यूटी पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहना होगा।
प्रशासन का कहना है कि भारी वर्षा के दौरान नदी-नालों में जलस्तर अचानक बढ़ जाता है, जिससे विद्यार्थियों का विद्यालय आना-जाना जोखिमपूर्ण हो सकता है। बरसात की स्थिति में कई बार रास्ते कट जाते हैं या कीचड़ से आवागमन प्रभावित होता है। ऐसे हालात में किसी भी प्रकार की दुर्घटना की आशंका को देखते हुए यह निर्णय पूरी तरह विद्यार्थियों की सुरक्षा और आपदा प्रबंधन की दृष्टि से लिया गया है।
कलक्टर सुशील कुमार ने साफ किया है कि यदि किसी भी विद्यालय या आंगनबाड़ी केंद्र द्वारा इस आदेश की अवहेलना की जाती है तो संबंधित संस्था या जिम्मेदार अधिकारी के विरुद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। प्रशासन का उद्देश्य स्पष्ट है कि बच्चों की सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।
जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें। भारी बारिश के समय निचले इलाकों, नालों और बहाव वाले क्षेत्रों से दूर रहें। साथ ही, प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी किए जा रहे दिशा-निर्देशों और चेतावनियों का पालन करना सभी की सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में बाड़मेर, बालोतरा और आसपास के इलाकों में भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान तेज हवाएं चल सकती हैं और कई जगहों पर बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और प्रशासन को आवश्यक तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते जिले में कई छोटी-बड़ी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। कई ग्रामीण क्षेत्रों में रास्ते बंद हुए हैं, वहीं नालों और छोटी नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है। इन हालात में बच्चों को स्कूल भेजना खतरे से खाली नहीं है।
जिला आपदा प्रबंधन समिति की टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस, SDRF और स्वास्थ्य विभाग को भी तैयार रहने के निर्देश जारी किए गए हैं। वहीं ग्रामीण इलाकों में सरपंचों और वार्ड पंचों से कहा गया है कि वे गांवों में रहने वाले लोगों को सतर्क करें और नदी-नालों को पार करने से रोकें।

