ड्रोन और क्रेन से जारी सर्च आपरेशन
बालोतरा क्षेत्र में बुधवार दोपहर को बड़ा हादसा हो गया, जब जसोल बाईपास पर लूणी नदी की तेज धार में श्रद्धालुओं से भरी बोलेरो कार बह गई। इस हृदयविदारक हादसे में एक ही परिवार की मां और दो मासूम बेटियों की मौत हो गई, जबकि एक शिशु सहित तीन लोग अब भी लापता हैं। प्रशासन ने जेसीबी, क्रेन, स्थानीय तैराकों और अब ड्रोन की मदद से सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है।
हादसा जसोल बाईपास पर बने रपटे पर हुआ

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोपहर लगभग 1 बजे बोलेरो कार शेरगढ़ की तरफ से जसोल मंदिर की ओर आ रही थी। जसोल बाईपास पर बने रपटे (लो-लेवल क्रॉसिंग) पर पानी का बहाव काफी तेज था। इसी दौरान कार चालक ने वाहन निकालने की कोशिश की, लेकिन गाड़ी तेज बहाव में बह गई और देखते ही देखते नदी में समा गई।
मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना प्रशासन और पुलिस को दी। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद क्रेन और तैराकों की मदद से बोलेरो को पानी से बाहर निकाला गया।
बोलेरो में कुल 8 लोग सवार थे
पुलिस के अनुसार, गाड़ी जोधपुर जिले के शेरगढ़ तहसील के नृसिंहपुरा (जाटों का वास) निवासी पेमाराम (40) पुत्र सुरताराम चला रहे थे। उनके साथ पत्नी मीरा देवी (32), बेटियां उर्मिला (7) और पूजा (3), 8 माह का बेटा, मां कबू देवी (60), रिश्तेदार राणीदान सिंह (70) और ड्राइवर देवाराम (55) भी मौजूद थे।
इस दर्दनाक हादसे में मीरा देवी, उनकी बेटी उर्मिला और छोटी बेटी पूजा की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, पेमाराम और ड्राइवर देवाराम को गंभीर हालत में बालोतरा के राजकीय नाहटा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 8 माह का बच्चा, कबू देवी और राणीदान सिंह अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश तेज कर दी गई है।
चश्मदीदों ने सुनाया भयावह मंजर
स्थानीय युवक दीपक माली ने बताया कि हादसा उनकी आंखों के सामने हुआ। बोलेरो जैसे ही रपटे पर चढ़ी, पानी का तेज बहाव उसे अपने साथ खींच ले गया। गाड़ी कुछ ही सेकंड में नजरों से ओझल हो गई। ग्रामीणों ने तुरंत शोर मचाया और मदद के लिए दौड़े। प्रशासन को खबर दी गई, जिसके बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची।
प्रशासन ने चलाया बड़ा सर्च ऑपरेशन

घटना की सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर सुशील कुमार, एसपी रमेश कुमार, डीएसपी सुशील मान और एसडीएम अशोक कुमार मौके पर पहुंचे। क्रेन और जेसीबी की मदद से बोलेरो निकाली गई, लेकिन गाड़ी में फंसे लोगों को गंभीर अवस्था में अस्पताल भेजना पड़ा।
कलेक्टर ने बताया कि हादसा पूरी तरह से लापरवाही का परिणाम है। लगातार चेतावनी देने और नदी-नालों में पानी के तेज बहाव से बचने की अपील के बावजूद लोग जोखिम उठाते हैं। उन्होंने कहा कि अब सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ की टीमों को भी मौके पर बुला लिया गया है। ड्रोन से भी पानी में तलाश की जा रही है।
हर ओर मातम का माहौल
नृसिंहपुरा गांव से जसोल मंदिर दर्शन करने निकले इस परिवार पर ऐसा दुख का पहाड़ टूटा, जिसकी कल्पना भी कठिन है। एक ही परिवार की तीन मौतों से गांव में शोक की लहर है। ग्रामीण बड़ी संख्या में अस्पताल और घटनास्थल पर पहुंचे।
प्रशासन की अपील – नदी-नालों को पार करने में सावधानी बरतें
लूणी नदी में तेज बहाव के चलते रपट से दूर रहें, नहाने से बचें, आवाजाही पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध – जिला कलक्टर

जिला कलक्टर सुशील कुमार यादव की अध्यक्षता में बुधवार को राजस्व अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई।
बैठक में जिला कलक्टर सुशील कुमार यादव ने राजस्व कार्यों की समीक्षा करने के साथ ही जिले में मानसून की सक्रियता एवं लूणी नदी के बहाव क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बालोतरा जिले की जीवनदायिनी लूणी नदी में पानी की आवक पर चर्चा की।
उन्होने निर्देश दिये कि लूणी नदी में तेज बहाव के कारण सभी रपटों को तुरंत प्रभाव से बंद किया जाये। उन्होने आमजन से अपील करते हुए कहा कि पानी की बढ़ती आवक को देखते हुए आमजन विशेष सावधानी बरतें। लूणी नदी की रपटों से निश्चित दूरी बनाए रखने और नदी बहाव क्षेत्र में नहाने से परहेज करने की सख्त हिदायत दी है। प्रशासन किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है।
रपटों पर आवाजाही पूर्णतः प्रतिबंधित के निर्देश
जलस्तर बढ़ने के कारण जिला प्रशासन ने लूणी नदी पर बनी सभी रपटों पर वाहनों और पैदल आवाजाही को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है। पुलिस और सिविल डिफेंस की टीमें इन स्थानों पर तैनात कर दी गई हैं ताकि किसी प्रकार की जनहानी ना हो।
जान जोखिम में न डालें, प्रशासन मुस्तैद
जिला कलक्टर सुशील कुमार यादव ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि वे पानी के तेज बहाव में प्रवेश न करें और न ही सेल्फी लेने या वीडियो बनाने के लिए नदी के किनारों या रपटों के करीब जाएं। पानी का बहाव अप्रत्याशित हो सकता है और ऐसे में कोई भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। ग्रामीणों और विशेषकर बच्चों से नदी किनारे न जाने का आग्रह किया गया है। स्थानीय प्रशासन ने सभी संबंधित विभाग पुलिस, आपदा प्रबंधन और चिकित्सा सेवाओं को अलर्ट पर रखा है ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
इस दौरान अतिरिक्त मुख्य कार्याकारी अधिकारी हीराराम कलबी, समस्त उपखण्ड अधिकारी समेत सभी प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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