बाड़मेर,16 अगस्त l लव कुश वााटिका आमजन के लिए सौगात है l इसकी सार संभाल करने के साथ पर्यावरण संरक्षण में मददगार बने l उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री के के विश्नोई ने शनिवार को धोरीमन्ना में लवकुश वाटिका के उदघाटन समारोह के दौरान यह बात कही l
इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री के के विश्नोई ने कहा कि आने वाले समय में भी राज्य सरकार की ओर से बेहतरीन कार्य किए जाएंगे l उन्होंने झाखरड़ा वन्य क्षेत्र को पर्यटन के लिहाज से विकसित करवाने की बात कही l उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में केंद्र एवं राज्य सरकार ने आमजन के कल्याण के लिए कई जन कल्याणकारी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन कर आमजन को राहत पहुंचाई है l इस दौरान चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल एवं समाजसेवी अनंत राम विश्नोई ने भी राज्य सरकार के जन कल्याणकारी कार्यक्रमों तथा जन हितार्थ लिए गए फैसलो से अवगत कराया l समारोह के दौरान जिला कलक्टर टीना डाबी, पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीना,समाजसेवी सुखराम, सुरेश दाधीच समेत विभिन्न जन प्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे l कार्यक्रम की शुरुआत में उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री के के विश्नोई ने फीता काटकर लव कुश वाटिका का उदघाटन किया l इस

दौरान राज्य मंत्री, जिला कलक्टर समेत अन्य अतिथियों ने पौधरोपण किया l उप वन संरक्षक श्रीमती सविता दहिया ने आभार जताते हुए कहा कि वन विभाग की ओर से पर्यावरण संरक्षण के लिए वृहद स्तर पर वन क्षेत्र विकसित करने के लिए पौधारोपण किया गया है l एसीएफ छोटू सिंह भाटी ने लव कुश वाटिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी l
क्या है लव कुश वाटिका

धोरीमन्ना में लवकुश वाटिका 2 करोड़ रुपये की लागत से 10 हेक्टेयर में फैली एक वाटिका है। यह वाटिका आमजन के लिए वन विभाग की ओर से बनाई गई है l इसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाना है l
यहां सैकड़ों की संख्या में देशी पर्यटक रोज घूमने के लिए आ रहे है। एक तरफ पहाड़ी और दूसरी तरफ रेतीले धोरों की हरियाली के साथ ही लव कुश वाटिका के झूले, पार्क और झरनों से मनोरम दृश्य बना हुआ है।
सरकार ने 2022 में लव कुश वाटिका के लिए स्वीकृति दी थी। जिसके बाद अब लव कुश वाटिका पूरी तरह से बनकर तैयार हो चुकी है। इस वाटिका में गार्डन, प्रवेश द्वार, बाल उद्यान, म्यूजिक फाउंटेन, नेचर गैलेरी, केफेटेरिया, झोंपे, छतरियां, कैंटिन, जिपलाइन, लक्ष्मण झूला, एनिकट सहित कई विकास कार्य करवाए गए है। करीब 2 करोड़ के बजट में 1.75 करोड़ बजट खर्च हो चुका है। यहां नर्सरी भी है, जहां अलग-अलग किस्म के पौधे तैयार हो रहे है।

