चंद्रग्रहण के कारण मंदिर के कपाट रहेंगे मंगल
जसोल । बालोतरा श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान, जसोल में भाद्रपद शुक्ल पक्ष त्रयोदशी की संध्या को मां जसोल की दिव्य भक्ति में रंगी एक अविस्मरणीय रात्रि जागरण का भव्य आयोजन हुआ। मां जसोल के असंख्य भक्तों से भरे मंदिर परिसर में भक्ति, आस्था और भावनाओं का अद्वितीय संगम देखने को मिला।

भजन गायकों की सुमधुर प्रस्तुतियों ने बांधा समां
रात्रि जागरण में प्रसिद्ध भजन गायक छोटूसिंह रावणा, श्याम पालीवाल तथा शिव बाड़मेर के मांगणियार कलाकारों ने अपनी सुमधुर वाणी से भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
छोटूसिंह रावणा ने गणपति वंदना से जागरण का शुभारंभ किया, इसके पश्चात “माजीसा ने खम्मा घणी”, “मेहंदी राचनी”, “श्री राणीसा भटियाणीसा री घूमर”, “आवे माजीसा रो रथड़ों” आदि भजनों से भक्तों की आत्मा को भक्ति रस में सराबोर कर दिया।
श्याम पालीवाल ने “म्हाने माजीसा रो नाम प्यारों लागे”, “प्यारी लागे चुनड़ी माजीसा”, “माजीसा थाने अरज करा”, “निवण करूं प्रणाम माजीसा” जैसी मनमोहक प्रस्तुतियों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
मांगणियार कलाकारों ने “माजीसा री घूमर”, “ढोल गैरा बाजे”, “लाल बन्ना अवतारी”, “रणबंका राठौड़ सवाईसिंह जी भोमिया” सहित पारंपरिक लोक भजनों की शानदार प्रस्तुतियां दीं।

भक्तों से विशेष आह्वान
रात्रि जागरण मंच से छोटूसिंह रावणा और श्याम पालीवाल ने भक्तों से कहा कि “जो भी आशीर्वाद रूपी मांगना हो, मां जसोल से उनके समक्ष ही मांगें। किसी को भी बीच में माध्यम न बनाएं। मां और भक्त के बीच में किसी अन्य की आवश्यकता नहीं होती। मां की सच्चे मन से सेवा करें, मां सबका भला करती हैं और सुख, शांति एवं समृद्धि प्रदान करती हैं।”

समस्त मंदिरों में विधि-विधान से रात्रि जोगा
मंदिर प्रांगण स्थित श्री राणीसा भटियाणीसा, श्री बायोसा, श्री सवाईसिंह जी, श्री लाल बन्ना सा, श्री खेतलाजी एवं श्री काला-गौरा भैरु जी के मंदिरों में रात्रि जोगा का विशेष आयोजन हुआ। स्थानीय दमामी एवं दमामणियों ने अपनी सुमधुर धुनों और भजनों से मंदिर परिसर में एक दिव्य माहौल निर्मित कर मां जसोल के चरणों में श्रद्धा अर्पित की।
भक्तों को फल प्रसाद का वितरण
भाद्रपद शुक्ल पक्ष त्रयोदशी के उपलक्ष में जसोलधाम पधारे भक्तों को फल प्रसाद वितरित किया गया। इस सेवा का लाभ जसनाथ कंस्ट्रक्शन कम्पनी, बालोतरा द्वारा लिया गया।
चंद्रग्रहण के कारण मंदिर के कपाट रहेंगे मंगल
भाद्रपद पूर्णिमा रविवार को खग्रास चंद्रग्रहण भारत में दृश्यमान होगा। ग्रहण प्रारंभ: रविवार रात्रि 09:59 बजे से होगा तथा ग्रहण समाप्ति: सोमवार प्रातः 01:29 बजे को होगी। जिसके तहत सूतक काल रविवार दोपहर 12:59 बजे से शुरू होगा। सूतक काल के दौरान मूर्ति स्पर्श एवं पूजा-पाठ वर्जित रहेगा। अतः श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान, जसोल के अधीनस्थ समस्त मंदिरों के कपाट रविवार दोपहर 12:59 बजे से सोमवार प्रातः 05:00 बजे तक मंगल रहेंगे।
संस्थान का भक्तों से आग्रह है कि इस काल खण्ड में अपने घरों में रहकर मां जसोल का स्मरण एवं भक्ति करें।
भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्दशी पर विशेष आयोजन
भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्दशी के अवसर पर सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ जसोलधाम में उमड़ पड़ी। भक्तों ने मंदिर प्रांगण स्थित समस्त मंदिरों में दर्शन कर अपने परिवार में सुख-समृद्धि एवं शांति को लेकर मंगल की कामनाएं की।
छप्पन भोग एवं महाप्रसादी का अर्पण
इस अवसर पर श्रीमती मीनाक्षी जांगिड़, धर्मपत्नी सुरेश कुमार जांगिड़, निवासी – पाली ने छप्पन भोग एवं महाप्रसादी का लाभ लिया। लाभार्थी परिवार ने मंदिर प्रांगण स्थित समस्त मंदिरों में भोग अर्पित कर भक्तों को भोग लगी प्रसाद का वितरण किया।
कन्या पूजन एवं अन्न प्रसादम
लाभार्थी परिवार ने जसोल सर्व समाज की कन्याओं का विधिवत पूजन किया। उन्हें फल प्रसादम वितरित किया तथा अन्न प्रसादम एवं दक्षिणा भेंटकर आशीर्वाद प्राप्त किया।

